हादसा देर रात होने के बाद शुक्रवार को भी बचाव-राहत कार्य जारी रहा, घायल बठिंडा एम्स में भेजे
मुक्तसर, 30 मई। मुक्तसर के लंबी हल्के के नजदीकी गांव सिंघेवाला-फतूहीवाला के खेतों में स्थित पटाखा फैक्टरी में वीरवार आधी रात के भीषण विस्फोट हो गया। इस दर्दनाक हादसे में चार वर्करों की मौत हो गई। जबकि 30 से ज्यादा मजदूर मलबे से निकाले गए। इनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं।
जानकारी के मुताबिक घायलों को बठिंडा एम्स रेफर कर दिया गया। बताते हैं कि इस विस्फोट में फैक्टरी की दो मंजिलें पल भर में मलबे में तब्दील होने से मौके पर कोहराम मचा रहा। यह दुर्घटना फैक्टरी के पटाखा बनाने वाले यूनिट में रात्रि करीब साढ़े बारह बजे हुई। फैक्टरी में पटाखे बनाने का काम यूपी के हाथरस निवासी ठेकेदार राज कुमार के अधीन होता था। ठेकेदार घटना के बाद फरार हो गया। पता चला कि पुलिस टीम को घटनास्थल पर कार्सेर कंपनी के बक्सों में तैयार पटाखे पड़े मिले। कंपनी के खाली बक्सों से भरा हरियाणा नंबर का एक छोटा हाथी भी बरामद किया गया। विस्फोट की तेज आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई।
वहीं, फैक्टरी की पैकिंग यूनिट में काम करने वाले प्रवासी श्रमिकों के मुताबिक यहां दो शिफ्टों में करीब 40 कर्मचारी काम करते थे। इनमें से कुछ अपने परिवारों के साथ यहां रहते थे। ज्यादातर श्रमिक यूपी और बिहार के रहने वाले हैं। श्रमिकों के अनुसार वह देर रात फैक्टरी के सामने खुले आसमान के नीचे सो रहे थे। अचानक विस्फोट हुआ और कुछ ही पलो में पूरी इमारत ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गई और बड़ी संख्या में कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गए।
सूचना मिलने पर एसएसपी डा. अखिल चौधरी, एसपी-डी मनमीत सिंह, लंबी के डीएसपी जसपाल सिंह और थाना किल्लियांवाली की प्रभारी कर्मजीत कौर मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर डेरा सच्चा सौदा सिरसा की ग्रीन एस फोर्स के कार्यकर्ता राहत कार्य में लगे हुए थे। हाइड्रो मशीन की मदद से हमले का मलबा हटाया गया। राहत अभियान में मदद कर रहे लंबी के लोगों ने बताया कि यह फैक्टरी सिंघेवाला-फुतूहीवाला के तरसेम सिंह नामक व्यक्ति की है, जो मंजूरीशुदा है। प्रारंभिक तौर पर चार लोगों की मौत की खबर सामने आई। जबकि तीस से ज्यादा लोग घायल हुए। मलबे के नीचे से तीन शव निकाले गए। राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। पुलिस के मुताबिक इस हादसे की गंभीरता से जांच की जाएगी।