महंगा पड़ा भूखे को खाना खिलाना, कॉलोनीवासियों ने जमकर पीटा

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आवारा कुत्तों को खाना खिला रही युवती को बेरहमी से पीटा, जान से मारने की धमकी

जनहितैषी, 1 जून, बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के इज्जतनगर थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। पुश फॉर एनिमल्स (PFA) से जुड़ी एक युवती, कसक नामक समाजसेविका को कॉलोनीवासियों ने केवल इस बात पर बेरहमी से पीटा कि वह आवारा कुत्तों को खाना खिला रही थी। घटना इज्जतनगर के ऑफिसर्स एनक्लेव इलाके की है, जहां जानवरों के लिए दया भाव दिखाना युवती को भारी पड़ गया।

प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़िता के अनुसार, कसक इलाके में नियमित रूप से बेसहारा कुत्तों को खाना खिलाती थीं। शनिवार को भी जब वह खाना देने पहुंचीं, तो कुछ स्थानीय लोग भड़क गए। उन्होंने न सिर्फ कसक को रोका, बल्कि मारपीट पर उतारू हो गए। पीड़िता का आरोप है कि कॉलोनी के कुछ लोगों ने उसके बाल पकड़कर उसे जमीन पर पटक दिया, लात-घूंसे मारे और उसे जान से मारने की धमकी भी दी।

इतना ही नहीं, जब कसक को बचाने के लिए एक दूसरी महिला मौके पर पहुंची तो उसे भी कॉलोनीवासियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। पीड़िता ने बताया कि हमलावरों ने यह धमकी दी कि अगर उसने पुलिस में शिकायत की तो परिणाम गंभीर होंगे।

कसक ने इज्जतनगर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए सुरक्षा की मांग की है। वहीं इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें मारपीट और गाली-गलौज के दृश्य स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है और पशु प्रेमियों तथा सामाजिक संगठनों ने घटना की कड़ी निंदा की है।

PFA से जुड़े कई कार्यकर्ताओं और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि पशु सेवा करना अपराध नहीं है और समाज में इस प्रकार की हिंसक प्रवृत्ति के खिलाफ प्रशासन को तत्काल सख्त कदम उठाने चाहिए।

इज्जतनगर पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

इस घटना ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि आज के समाज में दया और करुणा जैसे भाव भी टकराव का कारण बन सकते हैं। कसक की बहादुरी और पशुओं के प्रति उनका समर्पण प्रशंसा के योग्य है, और अब पूरा शहर उनके लिए न्याय की मांग कर रहा है।

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