गरीबों में बांटने के लिए लिया चावल, मिलर्स को बेचा
अमृतसर 26 मई। पंजाब में भारत राइस योजना के तहत गरीबों को दिए जाने वाले चावलों में घोटाला सामने आया है। जिसकी जांच अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जालंधर द्वारा की जा रही है। ईडी ने ‘भारत राइस योजना’ में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक बड़े घोटाले के तहत पंजाब और हरियाणा में कई आवासीय और व्यवसायिक परिसरों पर छापेमारी की और भारी गिनती में कैश व सोना जब्त किया गया है। ईडी ने ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के अंतर्गत की।
ईडी ने छापेमारी कर की बरामदगी
ईडी ने छापेमारी के दौरान 2.02 करोड़ की भारतीय मुद्रा कैश, लगभग 1.12 करोड़ मूल्य का सोने का बुलेयन, कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज़ और रिकॉर्ड बरामद किए है।
गरीबों में बंटना था, मिलर्स को बेचा
ईडी की जांच में सामने आया कि आरोपी संस्थाओं ने भारत राइस योजना के तहत सरकारी एजेंसियों से सब्सिडी दरों पर चावल प्राप्त किया, जिसे गरीबों को वितरित किया जाना था। लेकिन इन संस्थाओं ने इस चावल को अन्य मिलर्स को बेच दिया या अनधिकृत चैनलों के माध्यम से बेचा, जिससे अवैध मुनाफा कमाया गया। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) को सस्ते दामों पर प्रोसेस्ड, साफ और पैक्ड चावल उपलब्ध कराना था। लेकिन आरोपियों ने योजना के वितरण मानदंडों का उल्लंघन किया और सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग किया।