जनहितैषी, 5 जून, लखनउ/बुलंदशहर। बुलंदशहर जिले के थाना खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक सार्वजनिक स्थल पर लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित किए जाने से इलाके में तनाव व्याप्त हो गया है। घटना की जानकारी मिलते ही क्षत्रिय समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया और बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। सुबह जब स्थानीय लोगों की नजर प्रतिमा पर पड़ी तो उन्होंने इसकी सूचना समाज के अन्य लोगों और पुलिस को दी। धीरे-धीरे यह खबर आग की तरह फैल गई और क्षत्रिय समाज के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। लोग “महाराणा प्रताप अमर रहें” और “देशद्रोहियों को गिरफ्तार करो” जैसे नारे लगाते हुए दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
क्षत्रिय समाज के नेताओं का कहना है कि यह केवल एक मूर्ति को क्षति पहुंचाने का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज की आस्था और गौरव पर हमला है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है और सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है, जिससे किसी तरह की अफवाह न फैल सके। क्षेत्रीय विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल इलाके में शांति बनी हुई है, लेकिन हालात को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दोषियों की पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा।
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज की भावनाओं को भी गहरे स्तर पर चोट पहुंचाती है। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन किस तरह से इस मामले को सुलझाता है और लोगों के विश्वास को बहाल करता है