नवीन गोगना
नई दिल्ली 2 जून। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में अगले महीने बड़ा प्रशासनिक बदलाव देखने को मिलेगा। बोर्ड के मौजूदा उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। वह रोजर बिन्नी की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। नियमों के अनुसार, 70 वर्ष की आयु पार करने वाले व्यक्ति को अध्यक्ष पद पर बने रहने की अनुमति नहीं होती।
रोजर बिन्नी क्यों छोड़ रहे हैं पद
1983 में भारत को वर्ल्ड कप जिताने वाली टीम के अहम सदस्य रहे रोजर बिन्नी 19 जुलाई 2025 को 70 साल के हो जाएंगे। बीसीसीआई के संविधान के अनुसार, 70 वर्ष की आयु के बाद कोई भी पदाधिकारी इस पद पर नहीं रह सकता। बिन्नी को वर्ष 2022 में बीसीसीआई अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, तब उन्होंने सौरव गांगुली की जगह ली थी।
क्रिकेट करियर से लेकर प्रशासन तक, बिन्नी का शानदार सफर
बिन्नी का क्रिकेट करियर जितना शानदार रहा, उनका प्रशासनिक कार्यकाल भी उतना ही प्रभावशाली रहा। भारत के लिए उन्होंने 27 टेस्ट और 72 वनडे मुकाबलों में शिरकत की, और कुल 126 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाए। 1983 विश्व कप में उन्होंने सबसे ज्यादा 18 विकेट लेकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में भी वे कई बड़े फैसलों में शामिल रहे।
बीसीसीआई की कमान संभालेंगे राजीव शुक्ला
राजनीति और क्रिकेट प्रशासन दोनों में सक्रिय भूमिका निभा चुके राजीव शुक्ला वर्ष 2020 से बीसीसीआई के उपाध्यक्ष के तौर पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) में सचिव और आईपीएल चेयरमैन के रूप में भी काम कर चुके हैं। उनके अनुभव को देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें नई जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया है। बोर्ड सूत्रों के अनुसार, रोजर बिन्नी के कार्यकाल की समाप्ति के बाद जब तक स्थायी अध्यक्ष की औपचारिक नियुक्ति नहीं होती, तब तक राजीव शुक्ला तीन महीने तक अंतरिम अध्यक्ष की भूमिका में रहेंगे।