शहर के नामी कॉलोनाइजर दर्शन लाल बवेजा और कारोबारी तरुण जैन बावा पर लगे गंभीर आरोप
लुधियाना 19 अप्रैल। लुधियाना के नामी कॉलोनाइजर और डाइंग कारोबारी पर शहर के ही कुछ लोगों द्वारा अवैध तरीके से कॉलोनियां काटकर 20 हजार करोड़ का स्कैम करने के आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि यह 1-2 एकड़ नहीं बल्कि 11 किलोमीटर में कई अवैध कॉलोनियां बनाकर बेची गई और उसमें घोटाला किया गया है। शनिवार को डॉ. ओंकार सिंह नरूला, सुभाष कैटी, मेजर सिंह खालसा, बलजीत बीता और अमरीक सिंह समेत कई लोगों द्वारा प्रैस कांफ्रेस कर यह गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जिसमें ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कौंसिल के नेशनल चेयरमैन डॉ. ओंकार सिंह नरूला ने कहा कि शहर के कॉलोनाइजर और खुद को समाजसेवी कहने वाले दर्शन लाल बवेजा और डाइंग कारोबारी तरुण जैन बावा की और से यह घोटाला किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों से कॉलोनाइजर दर्शन लाल बवेजा और डाइंग कारोबारी तरुण जैन बावा की और से सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लोगों को झूठ बोलकर प्लॉट बेचे और इसकी आड़ में सरकार को करोड़ों रुपए का चूना भी लगाया। जबकि यह 20 हजार करोड़ अकेले सरकार को ही नुकसान हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि दर्शन बवेजा द्वारा शहर में धार्मिक यात्राएं निकाली जाती है और खुद को समाजसेवी बताया जाता है। लेकिन समाज सेवा की आड़ में बावा और बवेजा की और से मिलकर लोगों को ठगा जा रहा है। मामले संबंधी पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा को करीब एक साल पहले शिकायत दी गई। लेकिन उनकी तरफ से कोई एक्शन ही नहीं लिया गया।
बवेजा काटता था कॉलोनी, बावा था ब्रोकर
ओंकार नरूला ने बताया कि दर्शन लाल बवेजा की और से बहादुर के रोड पर कॉलोनियां काटी जाती थी। जबकि तरुण जैन बावा की और से उसके साथ ब्रोकर का काम किया जाता था। इस दौरान बावा द्वारा जैन होजरी कांप्लेक्स तैयार कराया। जिसे लीगल व रेगुलर बताकर लोगों को जमीन बेच डाली। लेकिन आज की तारीख में भी वे जमीनें लीगल और रेगुलर नहीं है। सरकारी रिकॉर्ड ही यह सब बता रहा है।
कोर्ट में भी झूठ बोलते रहे दोनों
सुभाष कैटी ने आरोप लगाया कि बवेजा और बावा की के खिलाफ कोर्ट में कई केस हुए। यहां तक कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों को भी ठग लिया। जिसके बाद वे दोनों माननीय कोर्ट में भी झूठे रेगुलाइजेंशन सर्टीफिकेट व अन्य दस्तावेज पेश करते रहे। लेकिन जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो कोर्ट में असली दस्तावेज दिखाए गए। जिसके बाद यह दोनों 13 में से 12 केस हार गए। जिससे साबित हुए कि 12 कॉलोनियां इललीगल काटी हुई है।
सरकारी नाले भी कॉलोनियों में दिखाकर बेच डाले
नरूला ने आरोप लगाया कि बहादुर के रोड के पास से सरकारी नाला निकलता है। लेकिन दोनों ने मिलकर सरकारी नाले का हिस्सा भी कॉलोनियों में मिलाकर बेच डाला। जबकि अभी भी सरकारी रिकॉर्ड में वहां से नाला गुजर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि तरुण जैन की और से अपने दो जाली आधार कार्ड भी बना रखे हैं।
ऐसे किया सरकार व जमींदारों के साथ घोटाला
कैटी ने आरोप लगाया कि बावा और बवेजा की और से मिलकर जमींदारों से पहले बयाना लेकर जमीनें ले ली गई। यानि कि 5 करोड़ की जमीन का 5 लाख बयाना दे दिया। जिसके बाद उनसे जबरन हस्ताक्षर पांच करोड़ रुपए के दस्तावेजों पर करवा लिए। जमींदारों को कई झूठे केसों में फंसा उलझा लिया। दूसरी तरफ ग्लाडा के पास उक्त जमीन के लिए अप्लाई करके कुछ फीस जमा करवाकर रसीद ले ली। फिर उसी रसीद पर जमीनें बेच डाली और ग्लाडा को भी पैसे जमा नहीं करवाए। जिसके चलते सरकारी रिकॉर्ड में आज भी यह कॉलोनियां इललीगल है।
कोर्ट ने एक्शन लेने के किए ऑर्डर
वहीं दूसरी तरफ मान्नीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से छह मामलों में एफआईआर दर्ज करने के प्रशासन को आदेश दे दिए हैं। लेकिन एक हफ्ता बीतने के बाद भी पंजाब सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से एक्शन नहीं लिया जा रहा। डॉ. ओंकार नरूला का आरोप है कि इस स्कैम में शामिल लोगों की इतनी ऊंची पहुंच है कि कोई इन पर एक्शन ही नहीं लेता। जबकि अगर कोई आवाज उठाए तो उसे झूठे मामलों में फंसा दिया जाता है।
हर सरकार द्वारा किया जाता है प्रोटेक्ट
डॉ. नरूला ने आरोप लगाया कि पंजाब की हर सरकार द्वारा दोनों को पिछले 20 साल से प्रोटेक्ट किया जा रहा है। पहले दर्शन बवेजा कांग्रेस सरकार में कमेटी चेयरमैन भी रहे। जबकि अब आप सरकार में भी इनका पूरा दबदबा है। इसी कारण कोई इन पर एक्शन नहीं लेता है।
आरोप लगाने वाले खुद ब्लैकमेलर हैं
वहीं कारोबारी तरुण जैन बावा ने कहा कि मुझे खुद इसकी जानकारी नहीं कि मैंने कॉलोनियां काटी है। उन्होंने कहा कि आज तक उन्होंने बहादुर के रोड पर कोई कॉलोनी नहीं काटी। उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। प्रैस कांफ्रेस करने वाले खुद ब्लैकमेलर और झूठे हैं।
मानहानी का करूंगा केस
कॉलोनाइजर दर्शन लाल बवेजा ने कहा कि वे इस पर कोई बयान नहीं देना चाहते। लेकिन कुछ लोगों ने उन पर पर्सनल अटैक किया है। वह इस संबंधी मानहानी का केस जल्द कोर्ट में दायर करेगें।