लुधियाना वैस्ट उप चुनाव : कांग्रेसी उम्मीदवार के नए होर्डिंग्स में फिर पार्टी के प्रदेश और जिला प्रधान ‘गायब’
लुधियाना/यूटर्न/11 मई। भारत-पाकिस्तान के बीच अघोषित-जंग के दौरान भले ही सीजफायर के बाद तनाव घटा है। जबकि लुधियाना वैस्ट विधानसभा के उप चुनाव को लेकर फिर सियासी-माहौल गर्माने लगा है। आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा फिर से अपने नर्म-अंदाज में चुनाव प्रचार में जुटे गए। दूसरी तरफ, इसी सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार भारत भूषण आशु ने भी कमर कसते हुए अपने नए प्रचार होर्डिंग्स लगवा दिए। जिनमें कांग्रेस के प्रदेश व जिला प्रधान राजा वड़िंग और संजय तलवाड़ की तस्वीरें ‘गायब’ हैं।
अपने ‘नेताजी’ का यही अंदाज समर्थकों को पंसद :
यहां काबिलेजिक्र है कि इसी सीट से दो बार जीतकर सूबे की कैबिनेट में मंत्री रहते भी आशु तीखे तेवरों के चलते चर्चाओं में रहते थे। फिर पार्टी संगठन में पंजाब कांग्रेस के एक्टिंग प्रधान बनकर भी उनके तेवर ऐसे ही रहे। नतीजतन तत्कालीन पार्टी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू से उनके नजदीकी रिश्तों में खटास आने की चर्चाएं शुरु हुईं। इसके बाद संगठन में कांग्रेस प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से आशु के वैचारिक-टकराव की चर्चाएं तेज हुईं। हालांकि समर्थकों को आशु के यही ‘पुष्पा-स्टाइल’ नहीं झुकने वाले तेवर पसंद आते हैं। भले ही पार्टी के आम वर्कर चिंतित हैं कि फिर से पार्टी में बढ़ती इसी गुटबाजी के बीच आखिर कांग्रेस 2027 का विस चुनाव कैसे जीतेगी ?
आशु-वडिंग ने एक-दूसरे से किनारा किया !
पंजाब कांग्रेस की चिरपरिचित गुटबाजी के चलते आशु और वड़िंग में भी तल्खी बढ़ती गई। इसके बाद कांग्रेसी उम्मीदवार घोषित होने के बाद जब आशु ने पहली प्रेस रखी थी। जिसमें कांग्रेस प्रदेश प्रधान वड़िंग और जिला प्रधान व पूर्व विधायक संजय तलवाड़ नदारद थे। जब आशु ने खुला रोष जताया तो प्रदेश व जिला प्रधान ने बचाव में दलील दी थी कि वे दूसरे जिले में रखे पार्टी के धरना-कार्यक्रम में गए थे, वहां जाना उनका जरुरी था।
आशु ने दिखाए तेवर, उनके घर से बैरंग लौटे थे वड़िंग :
बाद में मौके की नजाकत समझते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रधान राजा वड़िंग खुद आशु की कोठी पर उनसे मिलने पहुंच गए थे। लोगों का कहना था कि यहां अपने पुराने तेवर दिखाते हुए आशु कथित तौर पर घर में मौजूद नहीं रहे। उन्होंने ‘तू डाल-डाल तो मैं पात-पात’ वाली कहावत पर अमल करते हुए बाद में मंझे राजनेता वाला बयान दिया था। उनके मुताबिक अगर प्रदेश प्रधान मैसेज देकर आते तो वह जरुर घर पर हाजिर रहते। खैर, दोनों के कथित-गुटों के बीच इसके बाद तल्खी और बढ़ी।
तलवाड़ के लगवाए होर्डिंग्स में ‘गायब’ रहे थे आशु भी :
कांग्रेस के वरिष्ठ ओहदेदार आमतौर पर त्यौहारों के मौके पर बधाई संदेश के होर्डिंग्स नहीं लगवाते। इसे संयोग कहें या गुटबाजी का नतीजा, उम्मीदवार घोषित होने पर जिस दिन आशु ने पहली प्रेस कांफ्रेंस की, उसमें कांग्रेस के प्रदेश व जिला प्रधान नहीं पहुंचे थे। हालांकि जहां प्रेस कांफ्रेंस रखी, उसी फिरोजपुर रोड पर कुछ दूरी पर कांग्रेस के जिला प्रधान संजय तलवाड़ की ओर से नवरात्र चैत्र की बधाई वाले होर्डिंग्स लगाए गए थे। जिनमें कांग्रेस प्रदेश प्रधान का बड़ा सा फोटो व तमाम छोटे-बड़े नेताओं की भी तस्वीरें लगी थीं। जबकि आशु उप चुनाव में उम्मीदवार होने के बावजूद होर्डिंग्स में उनकी तस्वीर ‘गायब’ थी।
———–