सर्जरी ज्यादा होने से वेटिंग घटी, डॉक्टरों को मिला ओपीडी का अधिक अवसर
चंडीगढ़, 2 जून। यहां पीजीआई में ऑपरेशन थिएटर का समय बढ़ाए जाने के बाद से तमाम मरीजों को बड़ी राहत मिली है। पहले प्लांड सर्जरी के लिए 2 से 6 महीने तक की वेटिंग होती थी, अब सैकड़ों मरीजों को तय तारीख से पहले ही ऑपरेशन का मौका मिल रहा है। इसके साथ ही संबंधित डॉक्टरों को ओपीडी यानि आउट पेशेंट डिपार्टमेंट के लिए ज्यादा वक्त मिलने लगा है।
यहां काबिलेजिक्र है कि अप्रैल महीने से पीजीआई ने ओटी का समय बढ़ा दिया था। अब इलेक्टिव सर्जरी सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक की जा रही हैं। इससे हर विभाग में रोजाना दो से तीन अतिरिक्त सर्जरी संभव हो पाई हैं। लंबे समय से यह बदलाव जरूरी था, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके। नई व्यवस्था से मरीजों को राहत मिलने के साथ ही पीजीआई में पढ़ाई कर रहे रेसिडेंट डॉक्टरों को भी अधिक मौके मिला रहा है। अब वे सीनियर सर्जनों को अधिक समय तक असिस्ट कर पा रहे हैं, जिससे उनका प्रशिक्षण भी बेहतर हो रहा है।
बताते हैं कि इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा प्लास्टिक सर्जरी, गायनी और ऑर्थोपेडिक्स विभागों के मरीजों को हो रहा है। पहले इन विभागों की ओटी महज दोपहर 2-3 बजे तक खत्म हो जाती थी, जिससे लिमिटेड सर्जरी ही हो पाती थीं। अब नई व्यवस्था में रात 8 बजे तक ऑपरेशन हो रहे हैं। अब पीजीआई में हर दिन औसतन 450 से 500 तक छोटी-बड़ी इलेक्टिव और एमरजेंसी सर्जरी हो रही हैं।
————