आरोपी को वैस्टर्न यूपी के कैराना ले जाकर जांच करने पहुंची हरियाणा पुलिस की टीम
पानीपत, 16 मई। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े कथित जासूस नोमान इलाही ने जांच में कई खुलासे किए हैं। इस शातिर आरोपी के मुताबिक वह पाकिस्तान से पैसे मंगवाने को अपना बैंक खाता नंबर इस्तेमामल नहीं करता था। उसने पानीपत और कैराना के अलग-अलग लोगों के खातों में पाकिस्तान से ट्रांजेक्शन कराई थी। जांच में पता चला है कि ज्यादातर खाता धारक पानीपत के ही हैं।
जानकारी के मुताबिक पुलिस अब उन सभी पूछताछ कर रही है, जिनके खातों में बार-बार ट्रांजेक्शन हुई। पुलिस ने नोमान का पासपोर्ट भी कब्जे में लिया है। उसने पासपोर्ट पर कहां-कहां यात्रा की, एंबेसी से इसकी डिटेल मंगवाई गई है। सुरक्षा एजेंसियों के सूचना के बाद सीआईए-वन की टीम ने नोमान को सेक्टर-29 स्थित सज्जन चौक से गिरफ्तार किया था। वह यूपी के शामली जिले के कैराना का रहने वाला है और पानीपत के मनमोहन नगर में अपनी बहन जीनत के पास रहता था। शुरुआती जांच में पता चला कि नोमान ने ऑपरेशन सिंदूर के समय भी काफी जानकारी अपने हैंडलर को भेजी थी।
थाना सेक्टर-29 में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था। वह सात दिन के पुलिस रिमांड पर है। पूछताछ में पता चला कि नोमान युवकों को विदेश जाने का झांसा भी देता था, कुछ लोगों के उसने पासपोर्ट बनवाए थे। शक है कि उसने कुछ लोगों के फर्जी पासपोर्ट भी बनवाए थे। पुलिस सभी की डिटेल खंगाल रही है। पुलिस टीम ने कैराना में भी दबिश दी है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई यमुना की खादर में स्लीपर सेल तैयार कर रही है। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवा उनके सॉफ्ट टारगेट हैं। कैराना निवासी आईएसआई एजेंट इकबाल काना को इसकी जिम्मेदारी मिली है। कैराना के रहने वाले इकबाल काना, दिलशाद, हमीदा और शाहिद आईएसआई के लिए काम करते हैं। करीब नौ साल पहले पहले शामली पुलिस ने कलीम को गिरफ्तार किया था। कलीम भी इकबाल के संपर्क था। अब नोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद भी इकबाल काना का नाम सामने आया है।