सोनीपत की मुख्य सड़कों के निर्माण पर मात्र दो वर्ष पहले करोड़ों रुपये का सरकारी धन खर्च किया गया था। लेकिन अफसोस की बात यह है कि ये सड़कें दो मानसून भी नहीं झेल पाईं और आज हालत यह है कि कई मुख्य सड़कें खस्ताहाल होकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। यह बात “आप” हरियाणा के सोनीपत लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष देवेन्द्र गौतम ने सड़को की बदहाली पर चिंता जाहिर करते हुवे सड़कों में बने गहरे गड्डो में बैठकर प्रदर्शन करते हुए कही।
देवेन्द्र गौतम ने कहा कि बिते दिन सोनीपत विधायक ने उपायुक्त सोनीपत और सम्बंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर यह घोषणा की कि खराब सड़कों का दोबारा पुनर्निर्माण करवाया जाएगा और नवंबर तक नई सड़कें तैयार कर दी जाएंगी। हम इस पहल का स्वागत करते हैं क्यूंकि टैक्स चुकाने वाले नागरिकों को अच्छी सड़कें मिलनी चाहिए।
देवेन्द्र गौतम ने दो साल पूर्व हुवे सड़को के निर्माण और आज उनके खस्तहाल स्थिति में पहुंचने के बाद सरकार व प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करते हुवे जनहित में सवाल किए है। गौतम ने सरकार और प्रशासन से पाँच सवालो के जवाब पूछे है :
1. सिर्फ 2 साल पहले बनाई गई सड़कें इस हालत में कैसे पहुंचीं?
2. सड़क निर्माण में लगाई गई सामग्री की गुणवत्ता पर कौन जवाब देगा?
3. क्या ठेकेदार की कोई जिम्मेदारी तय नहीं होती कि वह निश्चित समय तक सड़क की गारंटी दे?
4. क्या सड़क निर्माण के नाम पर जनता का पैसा लूटने का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा?
5. हर बार नए टेंडर और नए निर्माण की आड़ में आखिर किसकी जेब भरी जा रही है?
गौतम ने पूछा कि – “जब नेशनल हाईवे बरसों-बरस बरसात और भारी यातायात के बावजूद टिके रहते हैं, तो सोनीपत की मुख्य सड़कें हर मानसून में क्यों उखड़ जाती हैं? क्या यह साबित नहीं करता कि विकास के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हो रहा है? जनता का पैसा डुबाया जा रहा है, लेकिन गारंटी किसी चीज़ की नहीं।
देवेंद्र गौतम ने साफ़ कहा कि यह सवाल सीधे तौर पर सरकार, स्थानीय नेताओं और प्रशासन से है। जनता को अपने टैक्स के हर पैसे का हिसाब चाहिए। सड़कें केवल फोटो खिंचवाने या शिलान्यास करने के लिए नहीं, बल्कि जनता की सुविधा के लिए बननी चाहिए।
देवेन्द्र गौतम ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि:
1. हर ठेकेदार से उसकी बनाई सड़कों की गारंटी अवधि पूछी जाए।
2. घटिया निर्माण सामग्री के जिम्मेदारों पर FIR दर्ज की जाए।
3. सोनीपत के हर वार्ड और मुख्य सड़क की जांच कर भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों और नेताओं के नाम उजागर किए जाएं।
देवेन्द्र गौतम ने कहा, “जनता सवाल पूछ रही है — क्या सोनीपत में विकास का मतलब सिर्फ़ भ्रष्टाचार का इंजन चलाना है? सरकार बताए कि टैक्स भरने के बावजूद हमें टूटी सड़कों का ही तोहफ़ा क्यों मिल रहा है।