डेराबस्सी दिसंबर 1 : सोमवार दोपहर अंबाला–चंडीगढ़ हाईवे पर उस समय भावुक कर देने वाला दृश्य सामने आया जब एक गर्भवती महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही टैक्सी में बच्ची को जन्म दे दिया। ट्रैफिक जाम के बीच हुई इस अचानक डिलीवरी की खबर फैलते ही स्थानीय लोग और अस्पताल स्टाफ भी हैरान रह गए। अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने जच्चा और बच्चा दोनों को पूरी तरह स्वस्थ बताया है।
जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट रोड स्थित रामगढ़ भुड्डा इलाके में बिहार निवासी विनोद रविदास अपने परिवार के साथ एक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के अस्थाई शेड में रहता है। उसके दो बच्चे—एक बेटा और एक बेटी—पहले से हैं। उसकी 25 वर्षीय पत्नी मनीषा की डिलीवरी की अनुमानित तारीख 14 दिसंबर थी, लेकिन सोमवार दोपहर उसकी प्रसव पीड़ा अचानक बढ़ने लगी।

घटना के समय विनोद ने एंबुलेंस की बजाय जल्दी अस्पताल पहुंचने के लिए उबर के माध्यम से एक टैक्सी बुला ली। टैक्सी चालक समेत कुल चार लोग सवार होकर डेराबस्सी सिविल अस्पताल की तरफ रवाना हुए। लेकिन हाईवे पर ट्रैफिक काफी धीमी गति से चल रहा था। इसी दौरान मनीषा की पीड़ा और तेज हो गई।
जैसे ही टैक्सी घग्गर पुल के पास पहुंची, मनीषा तेज दर्द के चलते जोर से चिल्लाने लगी। मजबूर होकर टैक्सी चालक ने गाड़ी पुल पर ही रोक दी। ड्राइवर और विनोद घबराकर बाहर आ गए जबकि टैक्सी में बैठी उनकी रिश्तेदार महिला ने हिम्मत दिखाते हुए डिलीवरी कराने की जिम्मेदारी संभाल ली। करीब 15 मिनट के अंदर टैक्सी में ही बच्ची का जन्म हो गया।
इसके बाद टैक्सी तुरंत डेराबस्सी सिविल अस्पताल पहुंची। वहां की मेडिकल टीम ने तुरंत नवजात को मां से अलग किया और दोनों की जांच की। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि मनीषा ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों को एहतियातन अस्पताल में भर्ती किया गया है।
अस्पताल स्टाफ का कहना है कि ट्रैफिक जाम न होता और एंबुलेंस समय पर उपलब्ध होती तो महिला को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सकता था। फिर भी मौके पर मौजूद लोगों की तत्परता से एक सुरक्षित प्रसव संभव हो पाया।
कैप्शन:
डेराबस्सी001: टैक्सी में बच्ची को जन्म देने वाली मनीषा, डेराबस्सी सिविल अस्पताल में
डेराबस्सी002: डेराबस्सी सिविल अस्पताल में नवजात को मां से अलग ले जाता स्टाफ
