जालंधर-नवांशहर में सीएम मान-केजरीवाल के प्रोग्राम रद्द, ऑपरेशन सिंदूर के बाद लिया फैसला

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

जालंधर 7 मई। मुख्यमंत्री भगवंत मान के बुधवार के दिन के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल द्वारा जालंधर और नवांशहर में कार्यक्रम रखा गया था। इस प्रोग्राम को ऑपरेशन सिंदूर को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है। जालंधर के फिल्लौर में स्थित गांव लखनपाल में ये कार्यक्रम बुधवार शाम करीब चार बजे रखा गया था। मगर पंजाब की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा ये फैसला लिया गया है। बता दें कि बुधवार को रात जालंधर में सेना द्वारा पूरे शहर में एक घंटे के लिए ब्लैकआउट मॉक-ड्रिक लिया जाएगा। पाकिस्तान में भारत द्वारा आतंकी अड्डों पर किए गए हमले के बाद अब ये मॉक-ड्रिल होगा। इससे पहले ही पूरे शहर में अलर्ट चल रहा है। इस मॉकड्रिल में सेना के अधिकारी और डिफेंस टीमें लोगों को हमले जैसे स्थिति में अपने आप को बचाने के लिए जागरूक करेंगे।

मंगलवार को कैंटोनमेंट एरिया में हुआ था मॉकड्रिल

बता दें कि इससे पहले जालंधर में मंगलवार को कैंटोनमेंट एरिया में सेना द्वारा ब्लैकआउट मॉकड्रिल की गई थी। जिसमें रात करीब 8 बजे से लेकर 9 बजे तक एरिया में सेना ने ये मॉकड्रिल किया था। रात करीब सवा 8 बजे पूरे कैंटोनमेंट एरिया को ब्लैकआउट कर दिया गया था और एरिया में सायरन बजने शुरू हो गए थे। पूरा एरिया करीब एक घंटे के लिए ब्लैकआउट रहा और रात करीब 9 बजे दोबारा बिजली चालू कर दी गई।

23,015 लोगों को निकाला गया, 123 राहत शिविरों में 5,416 लोगों को शरण दी गई: हरदीप सिंह मुंडियन *बाढ़ प्रभाव अपडेट: तीन और लोगों की जान गई, प्रभावित जनसंख्या बढ़कर 3.87 लाख से अधिक हुई *फसल का नुकसान 1.84 लाख हेक्टेयर से अधिक पहुंचा*

23,015 लोगों को निकाला गया, 123 राहत शिविरों में 5,416 लोगों को शरण दी गई: हरदीप सिंह मुंडियन *बाढ़ प्रभाव अपडेट: तीन और लोगों की जान गई, प्रभावित जनसंख्या बढ़कर 3.87 लाख से अधिक हुई *फसल का नुकसान 1.84 लाख हेक्टेयर से अधिक पहुंचा*

नदियों के लिए बाढ़ के मैदानों को छोड़ना ज़रूरी है – संत सीचेवाल *प्रकृति के करीब रहने से ही मिलेगी बाढ़ से राहत *पंजाब को 900 किलोमीटर मिट्टी के तटबंधों को मजबूत करने की जरूरत है* प्रत्येक ट्यूबवेल पर पांच पेड़ लगाने से 70 लाख नए पौधे जुड़ेंगे*