यूजीसी की नई गाइडलाइन, स्टूडेंट्स ले सकेंगे किसी भी कोर्स में दाखिला
चंडीगढ़, 8 मई। अब हायर-एजुकेशन हासिल करना और भी आसान हो गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानि यूजीसी ने कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में दाखिले की प्रक्रिया को लचीला बनाने के साथ रोजगार से जोड़ने के लिए कई जरूरी बदलाव किए हैं।
जानकारी के मुताबिक यूजीसी की नई गाइडलाइन के मुताबिक अब विश्वविद्यालय साल में दो बार जनवरी और जुलाई में दाखिला लेने का मौका दिया जाएगा। अभी तक केवल जुलाई में ही एडमिशन प्रक्रिया होती थी। इससे कई छात्र प्रवेश से वंचित रह जाते थे। अब ऐसे छात्र जो किसी कारणवश जुलाई में दाखिला नहीं ले सके, उनको जनवरी में दूसरा मौका मिलेगा।
यूजीसी ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब 12वीं कक्षा किसी भी विषय में पास करने वाला छात्र किसी भी यूजी कोर्स में दाखिला ले सकता है। इसके लिए उसे संबंधित विश्वविद्यालय या कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पास करना होगा। इसी तरह यदि छात्र ने ग्रेजुएशन किसी भी विषय में किया है तो वह किसी भी विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकता है, बशर्ते वह प्रवेश परीक्षा पास कर ले।
यूजीसी ने एक और बड़ा बदलाव करते हुए यह सुविधा भी दी है कि यदि कोई छात्र मेहनती और होशियार है और चार साल की डिग्री को कम समय में पूरी करने में सक्षम है तो वह 6 महीने से 1 साल पहले डिग्री पूरी कर सकता है। इसके लिए छात्र को विश्वविद्यालय को आवेदन देना होगा और विवि मूल्यांकन कर अनुमति देगा।
बदलाव से छात्रों को ये फायदे :
अब साल में जनवरी और जुलाई में 2 बार एडमिशन का विकल्प मिलेगा। किसी भी स्ट्रीम से होने पर कोई भी कोर्स चुनने की आजादी मिलेगी। अनुभव और स्वयं-अधिगम (सेल्फ लर्निंग) को भी मान्यता मिलेगी। एक साथ दो डिग्रियों की अनुमति से मल्टी-डिसीप्लीनरी नॉलेज बढ़ेगा। होनहार छात्र कम समय में डिग्री पूरी कर जल्दी नौकरी पा सकेंगे।
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