चंडीगढ़ : अब ट्राईसिटी में भी ड्रग तस्करों की संपत्ति जब्त करने की मुहिम चलेगी

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यूटी के चीफ सेक्रेटरी की हिदायत, चार्जशीट के बाद भी जांच करना जरुरी, नशे से कई परिवार हो चुके तबाह

चंडीगढ़, 22 मई। ट्राईसिटी में भी अब ड्रग तस्करों पर शिकंजा कसने की मुहिम चलाई जाएगी। यूटी सचिवालय में इसी ज्वलंत समस्या को लेकर 8वीं राज्य स्तरीय एनसीओआरडी मीटिंग रखी गई। जिसमें चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

जानकारी के मुताबिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे वर्मा ने कि एनडीपीएस एक्ट के तहत ड्रग तस्करी से अर्जित संपत्तियों को जब्त और फ्रीज करें। चार्जशीट दाखिल होने के बाद भी जांच जारी रखी जाए, ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके और नशे के कारोबार की जड़ तक पहुंच सकें। उन्होंने कूरियर कंपनियों के कर्मचारियों को भी ड्रग्स तस्करी के खतरों के प्रति संवेदनशील बनाने की बात कही। साथ ही कहा कि इन सेवा प्रदाताओं के लिए विशेष जागरूकता प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएं। ताकि ड्रग्स-डिलीवरी के लिए इन प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल ना हो सके।

चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा ने पुलिस को नशा बेचने वालों से सख्ती से निपटने के निर्देश देते कहा कि शहर में नशा लेने व सप्लाई करने वाले पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाएं। तस्कर कहां से नशा लेकर आते हैं, उस चेन को भी तोड़ा जाए, ताकि इस लत से युवा पीढ़ी को बचाया जा सके। इनके साथ किसी भी तरह की नरमी नहीं दिखाई जाएगी। अगर किसी ने ऐसा किया, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि नशे की वजह से कई परिवार खत्म हो चुके हैं।

बैठक में गृह सचिव मंदीप सिंह बराड़, आईजीपी राज कुमार सिंह, एनसीबी के जोनल डायरेक्टर अमनजीत सिंह, बीएसएफ आईजी हरबंस सिंह ढिल्लों, बीएसएफ डीआईजी मनोज कार्की, शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी, स्वास्थ्य सचिव अजय चगती, डीसी निशांत यादव और समाज कल्याण सचिव अनुराधा एस. चगती शामिल थे।

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