इंडस्ट्रियल लैंड में जबरन बना डाला पेट्रोल पंप, करोड़ों रुपए का खेल होने की चर्चाएं

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निगम जोन-बी के अधीन आते एरिया में हुआ है अवैध निर्माण

लुधियाना 12 मई। लुधियाना नगर निगम के अधीन आते इलाकों में धड़ल्ले से अवैध कार्य होने के मामले अक्सर ही सामने आते रहते हैं। अब एक नया मामला निगम जोन-बी के अधीन आते एरिया का सामने आया है। चीमा चौक से समराला चौक की तरफ जाने वाली सड़क पर इंडस्ट्रियल जमीन होने के बावजूद वहां पर बिना सीएलयू व एनओसी के एची का पेट्रोल पंप खोल दिया गया है। चर्चा है कि इस मामले में उच्च अधिकारियों से लेकर नीचे सत्र के मुलाजिमों की बड़ी मिलीभगत के बाद ही इस पेट्रोल पंप को गलत तरीके से खुलवाया गया है। चर्चा है कि जिस जगह पर पेट्रोल पंप खुला है, वे जमीन इंडस्ट्रियल लैंड है। जिसके चलते वहां पर सीएलयू और एनओसी के बिना पेट्रोल पंप खुल ही नहीं सकता है। लेकिन फिर भी अधिकारियों की छत्रछाया में, इसे खोल दिया गया।

करोड़ों रुपए में सेटिंग होने की चर्चाएं
चर्चा है कि इस पेट्रोल पंप को खोलने के लिए निगम अधिकारियों के साथ करोड़ों रुपए की सेटिंग हुई है। जिसके बाद ही पंप को परमिशनें मिली है। हालांकि पहले इसका विवाद होने पर अधिकारियों ने कहा था कि एनओसी कैंसिल कर दी गई है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि एनओसी कैंसिल होने के बावजूद पंप आज भी उसी तरीके से चल रहा है। अगर एनओसी ही कैंसिल कर दी जाए तो पंप आखिर कैसे चल सकता है।

यह अधिकारी थे तैनात
चर्चा है कि जिस समय यह पेट्रोल पंप बना उस समय निगम जोन-बी की बिल्डिंग ब्रांच में जोनकल कमिश्नर नीरज जैन, एमटीपी प्रवीन सिंगला, एटीपी दविंदर सिंह और इंस्पेक्टर मक्कड़ तैनात थे। हैरानी की बात तो यह है कि निगम का यह जोन वे है, जहां पर 20-25 साल पुराने अधिकारी तैनात हैं। लेकिन फिर भी उन्हें यह नहीं पता चल पाता कि आखिर कहा पर लीगल चीज बन रही है और कहा पर इललीगल निर्माण हो रहा है। अब देखना होगा कि क्या निगम कमिश्नर इस मामले की जांच करवाएंगे या नहीं।

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