पंजाब 31 मई। पंजाब में मुक्तसर के सिंघेवाला गांव में अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 44 लोग जखमी हो गए। इनमें से 38 घायलों का उपचार बादल के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। गंभीर हालत वाले 6 लोग बठिंडा एम्स में दाखिल हैं। जख्मियों में एक नाबालिग समेत 19 से 25 वर्ष के युवा शामिल हैं। जब हादसा हुआ, फैक्ट्री में पटाखे बन रहे थे। तारों से निकली चिंगारी वहां रखे बारूद पर गिर गई। इसके बाद धमाके शुरू हो गए। उस समय फैक्ट्री के एक हिस्से में वर्कर काम कर रहे थे, जबकि दूसरे हिस्से में शिफ्ट खत्म होने के बाद कुछ वर्कर आराम कर रहे थे। धमाका होते ही वहां भगदड़ मच गई। बाहर निकलने का एक ही मुख्य दरवाजा था, वहां भी धमाके हो रहे थे। इस कारण लोग अंदर ही फंस गए।
300 पेटियों पर चिंगारी गिरी
वर्कर अमित ने बताया कि गुरुवार-शुक्रवार रात साढ़े 12 से 1 बजे का समय था। मैं और टिंकू दोनों काम के बाद सफाई कर रहे थे। उस समय हमने ऑर्डर वाली 300 पटाखों की पेटियां पैक कर रख दी थीं। कुछ देर में हम सोने वाले थे। पास के खेत में आग लगी थी और ऊपर से बिजली की लाइन गुजर रही थी। यहां से चिंगारी पटाखों पर आ गिरी।
हम चिल्लाए, सब बाहर भागने लगे
अमित ने आगे बताया कि जैसे ही चिंगारी पटाखों की पेटियों पर गिरी, वैसे ही धमाके शुरू हो गए। हमने बाकी साथियों को आवाज लगाई और वहां से बाहर की ओर भागे। उस समय कोई ऊपर तो कोई नीचे कमरे में सोया हुआ था। कोई मलबे के नीचे दबा हुआ था तो किसी को ईंटें-पत्थर लगे थे। हर जगह चिल्लाने की आवाजें आ रहीं थी।
2-3 दीवारों को छोड़कर छत नीचे आ गिरी
वर्कर टिंकू ने बताया कि जिस जगह हम काम कर रहे थे, वहां शेड बना हुआ था। आगे लगने पर धमाका होते ही शेड और लोहे के गाटर उखड़कर दूर जा गिरे। ईंटें भी बीच से टूटकर दूर जा गिरीं। जब वर्कर जान बचाने के लिए बाहर भाग रहे तो उन्हें ईंटें लगीं। धमाके तेज हुए तो 2-3 दीवारों को छोड़कर छत नीचे आ गिरी। इसके मलबे में कई लोग दब गए।