पैट्रोल-पंपों पर भी ले रहे कैश-पेमेंट, जंग के डर से लोग लॉकरों से निकाल रहे गोल्ड-सिल्वर और जेवरात
लुधियाना, 9 मई। भले ही अभी भारत और पाकिस्तान के बीच अघोषित-जंग शुरु हुई है, लेकिन इसे साइड-इफेक्ट समाज में नजर आने लगे हैं। मसलन, महानगर और आसपास के कस्बों में हालात चिंताजनक बन रहे हैं। बताते हैं कि युद्ध की आशंका से डरे-सहमे लोग अपनी जरुरत से कहीं ज्यादा राशन सामग्री खरीद रहे हैं।
इसी तरह, पता चला कि तमाम लोग पैट्रोल पंपों पर जाकर अपने वाहनों की टंकियां फुल कराने में जुटे हैं। नतीजतन, तमाम बड़े करियाना स्टोर मालिक अब ऑन-लाइन पेमेंट लेने से इंकार कर नगद भुगतान ले रहे हैं।
इसी तरह, तमाम पैट्रोल पंपों पर कैश पेमेंट ही लिया जा रहा है। जबकि, आगे हालात और बिगड़ने की आशंका के चलते तमाम लोग बैंकों के लॉकरों में रखे डायमंड और गोल्ड-सिल्वर के अलावा जेवरात निकालकर घरों में रख रहे हैं।
बॉर्डर-एरिया के बैंक-एटीएम बंद होने से घबराए !
यहां काबिलेजिक्र है कि पंजाब के बॉर्डर एरिया वाले जिलों में एहतियात के तौर पर बैंक और एटीएम बंद कर दिए गए हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा के नजरिए से ऐसा किया गया है। हालांकि इस पहलू के समझे बगैर बाकी जिलों में भी लोग बेवजह घबराकर एटीएम से पैसे निकालने लगे हैं।
प्रशासन लगातार आश्वासन दे रहा :
दूसरी तरफ, लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन भी दूसरे जिलों के प्रशासन की तरह लगातार लोगों को आश्वास्त कर रहे हैं कि राशन-सामग्री की कोई कमी नहीं है। रुटीन जरुरत से ज्यादा राशन-सामग्री और डीजल-पैट्रोल आदि स्टॉक ना करें। इससे बेवजह इन चीजों की तंगी पैदा हो सकती है। इस सबके बावजूद युद्ध की आशंका से डरे-सहमे लोग प्रशासन के आश्वसानों-अपील को गंभीरता से नहीं ले रहे। जनहित में ‘यूटर्न-टाइम’ भी अपने सुधि-पाठकों समेत सभी से अपील करता है कि संयम रखें, शासन-प्रशासन के आश्वासन पर भरोसा रखें। कोरोना-काल की तरह अफवाहों पर ध्यान ना दें।
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