एजुकेशन-मॉडल के दावे करने वाली पंजाब की आप सरकार ऐसी पहल क्यों नहीं कर रही ?
हरियाणा, 17 अप्रैल। राज्य में सैनी सरकार ने क्लासवाइज स्कूल बैग के वजन के नियम तो तय कर दिए, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। हद यह कि सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स के बस्ते भी तय नियम से दोगुने भारी हैं।
जानकारी के मुताबिक इस मामले में एक ग्राउंड-रियलिटी चैक करने वाली रिपोर्ट के बाद
राज्य सरकार हरकत में आई है। इस बारे में हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि नियम का पालन ना करने वाले स्कूलों की मान्यता रद की जाएगी। बैग के वजन-नियम का पालन ना करा पाने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। हालांकि, अभी तक किसी पर कार्रवाई हुई नहीं है।
अब इस मुद्दे पर पंजाब में भी लोग चर्चाएं कर रहे हैं। सूबे में आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली के एुजुकेशन-मॉडल की दुहाई देती है। जबकि पंजाब में प्राइवेट स्कूलों की मैनेजमेंट फीस, वर्दी और कोर्स के मामले में मनमानी कर पेरेंट्स को लूट रही है। ऐसे में लोगों का सवाल यही है कि अगर हरियाणा के शिक्षा मंत्री इस मुद्दे पर एक्शन की बात कर रहे हैं तो पंजाब के शिक्षा मंत्री आखिर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं।
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