लुधियाना 21 अप्रैल : लकड़ बाजार चौक में स्वास्थ्य विभाग के फूड विंग द्वारा की गई सैंपलिंग की कहानी चीफ मिनिस्टर के कार्यालय तक पहुंच गई है जिसमें गहन जांच की संभावना है उल्लेखनीय है कि लक्कड़ बाजार चौक में कई हलवाइयों की दुकान परंतु सिर्फ एक व्यक्ति को टारगेट किया गया इसके बारे में कुछ लोगों ने शिकायत की थी परंतु इलाका निवासियों का कहना है कि इस क्षेत्र में ऐसे बहुत सी जगह है जहां से फूड सैंपलिंग की जा सकती है और इस इलाके में नियमित जांच की जरूरत है जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं की जाती उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से कम दामों में घटिया पनीर की बिक्री पूरे शहर के साथ मैरिज पैलसों में की जाती है इसका पता स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी है परंतु फूड विंग के अधिकारी लोगों को जहर खाते देखकर भी चुप रहते हैं क्योंकि मैरिज पैलेस वालों से इनका तालमेल अच्छा रहता है इसलिए कभी जांच नहीं की गई लोगों का कहना है कि शहर में ऐसे अधिकारियों का तैनात किया जाए जो नियमित रूप से खाने पीने की वस्तुओं की जांच करें और कोई नतीजा निकल कर दिखाएं
आसपास के हलवाइयों की नहीं की गई जांच
छापेमारी के दौरान मौके पर सिविल सर्जन, सहायक सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ फूड विंग की टीम भी मौजूद थी परंतु एक दुकानदार को छोड़कर किसी की भी सैंपलिंग नहीं की गई बल्कि यह पता चला है कि बाकियों को आगाह कर दिया गया की दुकानों में पनीर ना रखें और मौके पर यह देखा गया कि दूसरी दुकानों में आधा किलो पनीर भी नहीं पाया गया जबकि स्वास्थ्य विभाग में अक्सर विचरण करने वाले एक बिजोलिया को मौके पर देखा गया स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि हर साल कैलेंडर छापने की आड़ में काफी पैसे इकट्ठे किए जाते हैं जिसमें फूड विंग के अधिकारी भी इसकी इस डर से मदद करते हैं कि यह है उनकी शिकायते उच्च अधिकारियों के पास ना करें क्योंकि इस इलाके में पनीर के अलावा बहुत सी खाने पीने की चीज बिकती हैं क्या स्वास्थ्य विभाग इस इलाके में दोबारा खाने पीने की वस्तुओं की जांच व सैंपलिंग करेगा ?
सैंपलिंग न करने की डील पर होगी जांच
मौके पर दूसरे दुकानदारों की जांच व सैंपलिंग न करने पर लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के फूड बैंक की शिकायत है चीफ मिनिस्टर कार्यालय में भी भेजी है जो वहां रिसीव हो गई है और उसे पर जांच का काम शुरू होने वाला है चर्चा तो यह भी है कि दूसरे दुकानदारों की सैंपलिंग न करने और एक हलवाई की दुकान के बाहर खड़े टेंपो जिसमें दही पनीर आदि पदार्थ डिलीवरी के लिए ले गए थे जो किसी अन्य हलवाई के बताए जाते हैं परंतु उसका नाम छापेमारी से निकाल कर डिलीवरी लेकर आए ड्राइवर पर ही डाल दी गई बताई जाती है स्वास्थ्य अधिकारी इसमें कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है कि आखिर वह ट्रक डिलीवरी लेकर किस दही पनीर आदि की सप्लाई देने आया था उल्लेखनीय है कि मौके पर लिए गए सैंपलों में से उक्त वाहन से लिए गए सैंपल भी न सिर्फ फेल सिद्ध हुए हैं बल्कि खाने लायक नहीं पाएं गये