एनएमसी में डीजीएमओ द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस से हुआ एलान

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पाकिस्तान फिर से शरारत करेगा तो तीनों सैनाए मिलकर मुंह तोड़ जवाब देंगी

लुधियाना/ नई दिल्ली  11 मई :

आज एमसी में डीजीएमओ द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साफ तौर पर संदेश दिया गया कि अगर पाकिस्तान दोबारा किसी प्रकार की शरारत करेगा तो तीनों सेनाएं मिलकर उसे मुंहतोड़ जवाब देंगी आज आयोजित पत्रकार सम्मेलन में पत्रकारों द्वारा पूछें गये प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कई तथ्यों का उल्लेख किया जिसमें

22 अप्रैल के हमले का संदर्भ:

*     पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई।

*     पूरे देश में देखी गई क्रूरता ने निर्णायक सैन्य कार्रवाई को प्रेरित किया।

सीसीएस द्वारा उठाए गए कदम:

इस हमले के जवाब में, इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को पहचानते हुए, सीसीएस ने निम्नलिखित उपायों पर निर्णय लिया:

*      1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा जाएगा, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता।

*     एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा।  जो लोग वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे 01 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।

*     पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

*     नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है।

*     उच्चायोगों की कुल संख्या को 01 मई 2025 तक और कटौती के माध्यम से वर्तमान 55 से घटाकर 30 कर दिया जाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य:

*      आतंक के अपराधियों और योजनाकारों को दंडित करने के लिए तैयार किया गया।

*     सीमा पार आतंकी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने का लक्ष्य।

खुफिया जानकारी और लक्ष्य चयन:

 

*     आतंकी परिदृश्य का सूक्ष्म स्कैन किया गया।

*     कई आतंकी शिविरों और प्रशिक्षण स्थलों की पहचान की गई।

परिचालन नैतिकता और संयम:

*      संपार्श्विक क्षति से बचने के लिए संयम के तहत काम किया गया।

*     केवल आतंकवादी लक्ष्यों को बेअसर किया जाना था, ताकि नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।

अंतिम लक्ष्य:

*      बहु-एजेंसी खुफिया जानकारी के आधार पर 9 पुष्टि किए गए आतंकवादी शिविर।

**     प्रमुख लक्ष्य:

भवालपुर (आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर)

मुरीदके (एक अन्य प्रमुख आतंकवादी प्रशिक्षण स्थल)

हमलों के परिणाम:

*     कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।

*      पाकिस्तान में 11 हवाई ठिकाने नष्ट कर दिए गए।

*      भारतीय सेना ने पाकिस्तान की घुसपैठ के जवाब में भारी क्षति पहुंचाई।

 

नष्ट किए गए उच्च-मूल्य वाले लक्ष्यों में शामिल हैं:

यूसुफ अजहर · अब्दुल मलिक रऊफ · मुदस्सिर अहमद * ये व्यक्ति आईसी-814 अपहरण और पुलवामा विस्फोट से जुड़े थे। भारत की जवाबी प्रतिक्रिया: भारत ने जवाबी हमले किए: · लाहौर में रडार प्रतिष्ठान · गुरजनवाला के पास रडार सुविधाएं नष्ट कर दी गईं।

युद्ध विराम की उल्टी गिनती: · इस भारी क्षति से आहत होकर पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय DGMO को बुलाया और उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष 10 मई 2025 को भारतीय मानक समय के अनुसार 1700 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। युद्ध विराम के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: · युद्ध विराम के बाद भी यूएवी और छोटे ड्रोन की लहरें भारतीय नागरिक और सैन्य क्षेत्रों में घुसपैठ करती रहीं। · इन ड्रोन को सफलतापूर्वक रोक दिया गया।

भारत की प्रतिक्रिया: सेवा की उच्च अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा मुंहतोड़ जवाब दिया गया। इसके अलावा, सभी फील्ड कमांडरों को किसी भी युद्ध विराम उल्लंघन के मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया गया है।

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