मैनुअल स्ट्रीट लाईटों की कमान कौंसलरों को सौंपी, निगम की बैठक में अहम फैसले
चंडीगढ़, 10 मई। भारत और पाकिस्तान के बीच अघोषित-जंग के बीच ट्राई-सिटी में भी तमाम एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। यहां किसी भी आपात स्थिति, विशेषकर ब्लैक-आउट की स्थिति से निपटने को नगर निगम ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
जानकारी के मुताबिक इस अहम मुद्दे पर नगर निगम की हाई-लेवल की मीटिंग हुई। जिसमें 24 घंटे कार्य करने वाला कंट्रोल रूम शुरू करने का फैसला लिया गया। इसकी घोषणा मेयर हरप्रीत कौर बबला और कमिशनर अमित कुमार ने निगम ने की। इस दौरान कौंसलरों के साथ ही निगम अधिकारी मौजूद रहे। इसी दौरान शहर में मैनुअली चलने वाली स्ट्रीट लाइटों को बंद कराने की जिम्मेदारी अब संबंधित वार्डों के कौंसलरों को सौंपी गई। इसके लिए जरूरत पड़ने पर उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उनके साथ रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को भी सहयोग करने को कहा है।
ब्लैकआउट की तैयारी के तहत पार्कों, वी-5 और वी-6 सड़कों की स्ट्रीट लाइटों को नियमित रूप से बंद रखने का निर्देश दिया गया। ताकि आपात स्थिति में शहर में बिजली बंद करने में देरी ना हो। चंडीगढ़ में लगभग 50 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइटें हैं। जिनमें से करीब 1800 लाइटें मैनुअल सिस्टम पर हैं।
निगम प्रशासन ने ब्लैकआउट कंट्रोल रूम के लिए टेलीफोन नंबर 0172-2787200 जारी किया है। इसकी जिम्मेदारी एसडीई रुदेश कुमार को दी गई। वहीं, ब्लैकआउट से जुड़ी समस्त तैयारियों की निगरानी एसई (बागवानी) नोडल अफसर बतौर करेंगे। वह सोलर और स्ट्रीट लाइटें समय पर बंद कराने के साथ ही आवश्यक होने पर सायरन बजवाने की जिम्मेदारी निभाएंगे।
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